मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि सरकार ने अगले साल से हायर सेकंडरी और अंडर ग्रेजुएट कोर्सेस में व्यावसायिक इंजीनियरिंग शुरू करने की योजना बनाई है। स्कूली तंत्र और पॉलीटेक्निक में उद्योग द्वारा तैयार सिलेबस शामिल किया जाएगा। इससे छात्रों को रोजगार आसानी से मिलेंगे और उनकी रोजगार पाने की क्षमता बढ़ेगी।
राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान सिब्बल ने कहा कि इस योजना के तहत छात्रों को 12वीं कक्षा से ही दो हिस्सों में बांटने का प्रस्ताव है। जो छात्र इंजीनियरिंग और दूसरे व्यवसायों में जाना चाहते हैं, वे 12वीं ‘व्यावसायिक’ में पढ़ाई करेंगे और उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक अन्य छात्रों को 12वीं ‘अध्ययन’ की पढ़ाई में डाला जाएगा।
कब से लागू होगा
12वीं कक्षा को व्यावसायिक व अध्ययन की श्रेणियों में बांटने का काम इसी साल हो सकता है, अन्यथा अगले साल तो यह व्यवस्था पक्के तौर पर लागू कर दी जाएगी।
गिरता जा रहा है इंजीनियरिंग का स्तर : सिब्बल
> सिब्बल कहा कि कुकुरमुत्तों की तरह उग रहे हैं इंजीनियरिंग कॉलेज, इसकी वजह से प्रभावित हो रही गुणवत्ता
> कर्नाटक में 2007 में 37 प्रतिशत इंजीनियर नौकरी नहीं पा सके। कारण बड़ी संख्या में इंजीनियरिंग कॉलेजों की मौजूदगी है।
> राज्य सरकारें भी बेधड़क जारी कर रही हैं अनापत्ति प्रमाण पत्र।
> सीटें भर नहीं पाने से एआईसीटीई ने एडमिशन के लिए कट-ऑफ मार्क्स घटाकर 45 से 35 प्रतिशत कर दिए हैं।
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