स्कूलों में 5171 मुख्याध्यापकों के पद सृजित करने का शपथ पत्र प्रस्तुत किया है। इससे पूर्व शिक्षा विभाग ने मिडिल स्कूलों के मुखियाओं के 377 पद ही दिखाए गए थे। विभाग की शर्त थी कि जिस भी मिडिल स्कूल में छात्रों की संख्या 200 या इससे कम होगी, वहां पर मुखिया का कार्य इंचार्ज करेगा। इस संदर्भ में हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन ने शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल व विभाग के निदेशक से मिलकर उन्हें अपनी मांग से अवगत करवाया था। बात न बनते देख जींद जिले के अध्यापक कर्ण सिंह ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटा दिया था। न्यायालय ने 12 मार्च को विभाग को अपना पक्ष प्रस्तुत करने के लिए कहा था। इस पर विभाग ने 200 बच्चों की शर्त हटाते हुए मिडिल स्कूलों में मुख्याध्यापक के 5171 पद और सृजित
करने की बात कही है। हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन के राज्य प्रधान रमेश मलिक, जिला प्रधान दलबीर राठी व प्रदेश सचिव जगदीश ढुल ने बताया कि विभाग द्वारा मुख्याध्यापकों के पद सृजित करना एसोसिएशन के संघर्ष की जीत है। मुख्याध्यापकों की नियुक्ति होने से जहां बच्चों को लाभ होगा,वहीं अध्यापकों की भी कार्यप्रणाली बेहतर होगी। उन्होंने कहा कि अब तक विभाग द्वारा मुखिया का कार्य सामान्य अध्यापक से ही लिया जाता था। इससे जहां अध्यापक पर अतिरिक्त वर्क लोड बढ़ता था, वहीं उसका अध्यापन का कार्य भी प्रभावित होता था। मुखिया की नियुक्ति से अध्यापकों की कार्यप्रणाली और निखरेगी और परीक्षा परिणाम में भी सुधार आएगा।
करने की बात कही है। हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन के राज्य प्रधान रमेश मलिक, जिला प्रधान दलबीर राठी व प्रदेश सचिव जगदीश ढुल ने बताया कि विभाग द्वारा मुख्याध्यापकों के पद सृजित करना एसोसिएशन के संघर्ष की जीत है। मुख्याध्यापकों की नियुक्ति होने से जहां बच्चों को लाभ होगा,वहीं अध्यापकों की भी कार्यप्रणाली बेहतर होगी। उन्होंने कहा कि अब तक विभाग द्वारा मुखिया का कार्य सामान्य अध्यापक से ही लिया जाता था। इससे जहां अध्यापक पर अतिरिक्त वर्क लोड बढ़ता था, वहीं उसका अध्यापन का कार्य भी प्रभावित होता था। मुखिया की नियुक्ति से अध्यापकों की कार्यप्रणाली और निखरेगी और परीक्षा परिणाम में भी सुधार आएगा।
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