सरकारी स्कूलों के मास्टर कैडर के अध्यापक और लेक्चरर प्रमोशन की आस लगाए बैठे हैं। शिक्षा विभाग की तरफ से लेक्चरर के प्रमोशन की सभी औपचारिकताएं पूरी करके फाइल शिक्षामंत्री सेवा सिंह सेखवां की टेबल पर पहुंच गई। शिक्षा मंत्री करीब 20 दिनों से फाइल पर कुंडली मारकर बैठे हैं और लेक्चरर प्रिंसिपल बनने के आर्डरों का इंतजार कर रहे हैं। वहीं मास्टर कैडर से लेक्चरर के प्रमोशन की प्रक्रिया भी ठंडे बस्ते में डाल दी है।
लेक्चरर से प्रिंसिपल के प्रमोशन के लिए डीपीसी की बैठक 10 मई 2011 को करवाई गई। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के आदेशों की वजह से आठ सितंबर तक डीपीसी के रिजल्ट पर प्रतिबंध रहा। लेकिन आठ सितंबर को हाईकोर्ट ने शिक्षा विभाग को रिजल्ट जारी करने की अनुमति दे दी। अनुमति मिलते ही शिक्षा सचिव हुस्न लाल ने फाइल शिक्षामंत्री की टेबल पर पहुंचा दी। लेकिन शिक्षा मंत्री सेवा सिंह सेखवां ने अभी तक लिस्ट जारी नहीं की।
इसके अलावा विभाग ने अगस्त माह में मास्टर कैडर से लेक्चरर के लिए अध्यापकों के प्रमोशन केस मांगे थे। इन पर काम लगभग पूरा हो चुका है। शिक्षा मंत्री के आदेश मिलते ही डीपीसी की बैठक बुलाई जानी है। लेकिन यहां भी शिक्षा मंत्री ने डीपीसी के आदेश नहीं दिए। लेक्चरर तरक्की फ्रंट के प्रधान अमरीश शुक्ला का कहना है कि जब विभाग ने सभी औपचारिकताएं पूरी कर दी तो मंत्री लिस्ट जारी क्यों नहीं कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि लिस्ट जारी होने में हो रही देरी से लेक्चरर में काफी रोष है। उन्होंने कहा कि शिक्षामंत्री हर मंच से कह रहे हैं कि एक दो दिन में लिस्ट जारी हो जाएगी। चुनाव आचार संहिता खत्म हुए भी 12 दिन बीत गए हैं।
मंत्री जी ओके करेंगे तभी आएगी लिस्ट
जिला शिक्षा विभाग से मास्टर कैडर के केस लेने के बाद जांच पूरे हो गई है। अब केस डीपीआई दफ्तर को भेज दिए गए हैं। अब उच्च स्तर पर ही तय किया जाएगा कि कब डीपीसी की बैठक की जाएगी।
गुरमीत कौर, सर्किल एजुकेशन अफसर नाभा
लेक्चरर के प्रमोशन की फाइल तैयार करके शिक्षा मंत्री को भेज दी गई है। मंत्री जी जैसे ही फाइल को ओके करेंगे वैसे ही लिस्ट जारी करके प्रिंसिपलों को स्टेशन अलॉट कर दिए जाएंगे।
हुस्न लाल, सेक्रेटरी एजुकेशन पंजाब
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